पैसों की अचानक जरूरत कभी भी खड़ी हो सकती है. आमदनी टूट सकती है या नौकरी जा सकती है. ऐसी परिस्थिति से निपटने के लिए कितने तैयार हैं आप? देखिए चैन की सांस.
पैसों की अचानक जरूरत कभी भी खड़ी हो सकती है. आमदनी टूट सकती है या नौकरी जा सकती है- ऐसी परिस्थिति से निपटने के लिए कितने तैयार हैं आप?
बैंकरों को पैसा डूबने का डर सताने लगा है. कमर्शियल पेपर जारी करने में चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में 4 लाख करोड़ से अधिक की वृद्धि हुई है